मै जैसे ही कुरुक्षेत्र और पिहोवा दर्शन करके आया हु, मेरे दिमाग मे उसी स्थलों का विचार चल रहा था ।
मेरे इतिहास के अध्ययन मे जितने स्थल मुझे मिले थे उनके साथ गत ७ दिन और अध्ययन करके कुरुक्षेत्र, पिहोवा, कैथल, करनाल, जिंद प्रदेश के दिव्य प्राचीनतम स्थलो की सूची मैने बनायी है...
आप सभी हरियाणा वासी वैद्य गण इसे देखो,
हो सके तो कृपया यहा दर्शन करके आओ
बहोत तीव्र विनती है यह...अपने इतिहास को हमे ही उजागर करना होगा
वैद्य अभिजित सराफ
*कुरुक्षेत्र के आयुर्वेद से संबंधी प्राचीन स्थल*
सरस्वती का प्रवाह - आदिकेदार से समतल भूमी मे प्रवेश करके आज के मुस्ताफाबाद, थानेसर, नरकातारी, ज्योतिसर, पेहवा, नौंच, सफौंदा, जिंद ऐसी बहती थी ।
ब्रह्मा तपस्थली - ब्रह्मा सरोवर, कुरुक्षेत्र
आसन - अश्विनीकुमार मंदिर, च्यवनप्राश निर्माण स्थल
पराशर ऋषि यज्ञ स्थल - बहलोलपूर, करनाल
गौतम ऋषि तपस्थली - गोंदर, करनाल
सोम तीर्थ - चंद्र तपोभूमी - राजयक्ष्मा कथा - पांडव पिंडारा, जिंद
जमदग्नि तपस्थली - जामनी, जिंद
कपिल मुनी जन्मस्थल, मंदिर और तपोभूमी - बिंदुसार तीर्थ कलायत
कपिल मुनी तपोभूमी - कौल, कुरुक्षेत्र
यक्षी देवी मंदिर - रामराय, जिंद - यहा शनिवार को अगर नमक चढाया तो त्वचारोग नष्ट हो जाते है
मार्कण्डेय ऋषि जन्मस्थल - मुकुटेश्वर, मटोर, कलायत
मृकंड ऋषि तपोभूमी - मुकुटेश्वर, मटोर, कलायत
श्री महामृत्युंजयेश्वर महादेव - मटोर, कलायत
कश्यप और अदिती तपोभूमी - अदिती कुंड - अमीन (अभिमन्युपूर), थानेसर
थानेसर सरोवर (स्थाण्वेश्वर) - यहा स्नान करके शिवजी का पूजन करेगा तो कुष्ठ नष्ट होता है
वसिष्ठ आश्रम - सरस्वती तट, वसिष्ठ गुफा, वसिष्ठ प्राची तीर्थ, पिहोवा
इंद्र तपस्थली - इंद्र तीर्थ, कैथल गांव
ब्रह्मा तपस्थली - शिलखेडी, कैथल
दृढबल महर्षि निवास - कैथल
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*अन्य प्राचीनतम ऋषि तपोभूमी और आश्रम*
यहा सरस्वती के तट पर अनेको महर्षिओं ने अपना आश्रम बनाया था और वहा अध्ययन, अध्यापन, तप करते थे
ब्रह्माद्वारा सृष्टि निर्मिती प्रारंभ - ब्रह्मायोनि तीर्थ, पिहोवा
कार्तिकेय जन्म और तपोभूमी - सरक तीर्थ, शेरगढ, कैथल
नारद आश्रम - दूधखेडी, कैथल (यहा शिव और विष्णु दोनो की एकत्रित तपोभूमी है - महाभारत वन पर्व)
जयन्ती देवी मंदिर - भूतेश्वर, जिंद
सर्पयज्ञ स्थल - सफीदों, सर्पकुंड
कश्यप आश्रम - अमीन, थानेसर
सप्तऋषि कुण्ड - शिलखेडी, कैथल
सूर्यकुंड - अमीन, थानेसर
वामन अवतार जन्म - अदिती कुंड, अमीन, थानेसर
केदार तीर्थ - कैथल ग्राम
लोमश ऋषि तपोभूमि - लोकोद्धार तीर्थ - लोधार
लौह ऋषि तपोभूमि - लोधार
परशुराम तपोभूमी - रामराय, जिंद
पृथु तपोभूमी - पृथुदक, पिहोवा
चमन ऋषि तपोभूमी - खरावड, रोहतक
वेदवती तपोभूमी - बलवंती, पिहोवा - कैथल रोड
रावण स्थापित कालेश्वर महादेव - थानेसर
शृंगी ऋषि आश्रम - सांघन
ययाति तीर्थ - यहा सरस्वती प्रवाह था - कलवा, जिंद
प्राचीन ययाति तीर्थ - रायसन
वराह अवतार तीर्थ - कलाँ ग्राम, जिंद
ध्रुव तपोभूमी - धेर्डु, संगरोली, कुरुक्षेत्र
नाभि कमल तीर्थ - थानेसर समीप - यही पे विष्णुजी के नाभी से उत्पन्न कमल से ब्रह्माजी निर्माण हुऐ थे
कुबेर तीर्थ - थानेसर की भद्रकाली मंदिर से समीप सरस्वती के तट पर है । यहा पर कुबेर ने अनेको यज्ञ किये थे ।
दधिची ऋषि तपोभूमी - सरस्वती तट, करनाल
विमल ऋषि तपोभूमी - सग्गा, करनाल
काम्यक वन और तीर्थ - कमोधा ग्राम, ज्योतिसर
विश्वामित्र ऋषि को ब्रह्मत्व प्राप्त हुआ - पिहोवा, सरस्वती तट
मनु तपस्थली - पिहोवा, सरस्वती तट
उत्तंक ऋषि तपस्थली - पिहोवा, सरस्वती तट
विश्वामित्र तपस्थली - ब्रह्मयोनि तीर्थ, पिहोवा
नन्दी तपोभूमी - टिंडी तीर्थ, कैथल
फल्गु ऋषि तपोभूमी - फरल, कुरुक्षेत्र- कैथल रोड
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*दृढबल महर्षि ने अपने परिचय मे दिया है की पंचनदप्रदेश मे कपिस्थल नगर मे उनका निवास था*
*कपिस्थल - कैथल*
*पंचनद प्रदेश - सरस्वती, दृषद्वती, आपगा, कौशिकी, वैतरणी*
प्राचीन वैतरणी नदी व त्रिविष्टप तीर्थ - तेओंथा, कैथल-करनाल रोड
प्राचीन मार्कण्डेया (हिरण्यवती) नदी - काला अम्ब - जफ्फरपूर - मुल्लाना - शेरगढ - शाहबाद- कलसाना
प्राचीन आपगा नदी - कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के दक्षिण मे - कर्ण का टीला - मानस ग्राम - कैथल
प्राचीन मधुस्रवा नदी - पिहोवा के पास सरस्वती मे संगम
प्राचीन कौशिकी नदी - पिहोवा
प्राचीन दृषद्वती नदी - कुरुक्षेत्र की दक्षिण सीमा, दृषद्वती, आपगा और सरस्वती का त्रिवेणी संगम स्थान था ।
वैद्य अभिजित सराफ
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