top of page

रसशास्त्र में उपयुक्त संज्ञाओंकी संख्या

Writer: AyuPediaAyuPedia

महारस - रस शास्त्र में महारस की संख्या आठ मानी गयी है |


अभ्रक - Mica

वैक्रान्त - Tourmaline

माक्षिक - Pyrite

विमल - Iron Pyrite

शिलाजीत - Black Bitumen

सस्यक - Copper Sulphate

चपल - Bismuth

रसक - Calamine or Zinc



उपरस - उपरस की संख्या भी आठ मानी गयी है जोकि इस प्रकार है -


गन्धक - Sulphur

गैरिक - Ochre

कासीस - Green Vitriol

फिटकरी ( कांक्षी ) - Potash Alum

हरताल - Orpiment

मन:शिला - Realgar

अंजन - Collyrium

कंकुष्ठ - Ruhbarb


साधारण रस - यह भी संख्या में आठ बताये गए है


कम्पिल्लक - Kamila

गौरीपाषाण - Arsenic

नवसादर - Ammonium Salt

कपर्द ( कौड़ी ) - Marine Shell

अग्निजार ( अम्बर ) - Ambergris

गिरिसिंदूर - Red Oxide of Mercury

हिंगुल - Cinnabar

मृददारश्रृंग - Litharge


धातु वर्ग - धातु की संख्या सात बताई गयी है


सुवर्ण - Gold

रजत - Silver

ताम्र - Copper

लौह - Iron

नाग - Lead

वंग - Tin

यशद - Zinc


रत्न वर्ग - रतन की संख्या नो बताई गयी है -


माणिक्य - Ruby

मुक्ता ( मोती ) - Pearl

प्रवाल ( मूंगा ) - Coral

ताक्षर्य ( पन्ना ) - Emerald

पुखराज - Topaz

भिदुर ( हीरा ) - Diamond

नीलम - Sapphire

गोमेद - Zircon

वैदूर्य - Cat's eye


 
 
 

Recent Posts

See All

हरियाणा के तीर्थस्थल

मै जैसे ही कुरुक्षेत्र और पिहोवा दर्शन करके आया हु, मेरे दिमाग मे उसी स्थलों का विचार चल रहा था । मेरे इतिहास के अध्ययन मे जितने स्थल...

Comentários


bottom of page